प्रेमचंद,

गोदान / Godan प्रेमचंद - नई दिल्ली : वाणी प्रकाशन, 2021. - 371p.

Includes bibliographical references and index.

गोदान को प्रेमचंद का कालजयी उपन्यास माना जाता है। यह अपने समय का आईना है। इसमें कृषक जीवन की विडम्बनाओं का मार्मिक चित्रण मिलता है। उस समय की शायद ही कोई समस्या हो जिसका गहरा चित्रण 'गोदान' में नहीं मिलता।


English.

9789350002346


भारत.
किसानों.
हिंदी कथा साहित्य.
इंडिक फिक्शन (अंग्रेजी).
उर्दू गल्प.
शिष्टाचार और रीति-रिवाज.
सामुदायिक जीवन.

891.4335 / PRE-G