000 | 03237 a2200157 4500 | ||
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999 |
_c38868 _d38868 |
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020 | _a9789355211118 | ||
082 |
_a364.15230954 _bSIN-B |
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100 |
_aसिंह,कर्नल _qKarnal Singh |
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245 |
_aबाटला हाउस एनकाउंटर का सच: _cकर्नल, सिंह |
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246 | _aBatla House | ||
260 |
_bप्रभात प्रकाशन _c2023 _aनई दिल्ली |
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520 | _aसितम्बर 2008: एक के बाद एक अनेक बम धमाकों ने दिल्ली को दहलाकर रख दिया। जाँच-पड़ताल के बाद दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम ने बाटला हाउस के फ्लैट नं. 108 पर छापा मारा। टीम को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि फ्लैट पर छापा मारकर संदिग्ध आतंकवादियों को जिंदा गिरफ्तार करना है। इसके बाद जो हुआ, उसने एक मुठभेड़ का रूप धारण कर लिया और राजनीतिक गलियारे में तूफान ला दिया। यह घटना आज भी मीडिया-जगत् में उग्र एवं विवादास्पद मुद्दा बनी हुई है। बाटला हाउस इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर्मठ एवं जुझारू पुलिस अधिकारी कर्नल सिंह ने किया था। देश को झकझोर देनेवाली इस मुठभेड़ की पल-पल की घटनाओं का वह स्वयं यहाँ वर्णन कर रहे हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो से मिली सूचनाओं, भारत के विभिन्न शहरों में घटी घटनाओं, भिन्न-भिन्न पहलुओं तथा स्थानीय संदेशवाहकों व गुप्तचरों द्वारा प्राप्त विशेष खबरों के आधार पर उन्होंने इस मुठभेड़ की घटनाओं को सिलसिलेवार जोड़कर एक कहानी का रूप दिया है, जिसने गुप्त और खूँखार इंडियन मुजाहिद्दीन के अंत की शुरुआत को चिह्नित किया है। आतंकवाद और आतंकियों को शह देनेवाले राष्ट्रघातकों मुठभेड़ का जीवंत दस्तावेज है यह पुस्तक 'बाटला हाउस'। | ||
650 |
_aBatla House encounter _zIndia |
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650 |
_aबाटला हाउस एनकाउंटर _zभारत |
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942 |
_2ddc _cBK |