000 | 02622nam a2200193 4500 | ||
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999 |
_c39789 _d39789 |
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020 | _a9789386956804 | ||
041 | _ahin | ||
082 |
_a294.592 _bPRA-S |
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100 |
_aप्रभुपाद, स्वामी _eलेखक. |
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245 |
_aश्रीमद्भागवतम् : _bतृतीय स्कन्ध / _cश्री भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद |
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250 | _a भाग- १ | ||
260 |
_aमुंबई : _bद भक्तिवेदांता बुक ट्रस्ट, _c२०२१. |
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300 | _axxii, 617p. | ||
520 | _aभागवत पुराण (जिसे श्रीमद भागवतम या भागवत के नाम से भी जाना जाता है), हिंदू साहित्य के "महा" पुराण ग्रंथों में से एक है, जिसमें विष्णु के अवतार भक्ति पर विशेष ध्यान दिया गया है। संस्कृत ग्रन्थ में बारह स्कन्ध (आयतन या पुस्तकें) और 13,216 श्लोक हैं। भागवत में हिंदू परंपरा में अच्छी तरह से ज्ञात कई कहानियां शामिल हैं, जिनमें विष्णु के विभिन्न अवतार और कृष्ण का जीवन शामिल है। श्रीमद्भागवतम् योग, ध्यान और रहस्यवादी कलाओं का एक आभासी विश्वकोश है। यह एक पूर्ण स्रोत की जानकारी को एक साथ लाता है जो पहले सैकड़ों पुस्तकों की व्याख्या नहीं कर सकता था। भागवतम का यह संस्करण, विस्तृत टिप्पणी के साथ, अंग्रेजी बोलने वाली दुनिया के लिए सबसे व्यापक रूप से फैला हुआ और आधिकारिक अनुवाद है। | ||
546 | _aहिंदी. | ||
650 |
_aहिंदू साहित्य _vश्रीमद भागवतम _zभारत |
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650 |
_aसंस्कृत ग्रन्थ _vअवतार और कृष्ण _zभारत |
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942 |
_2ddc _cBK |