गोदान / प्रेमचंद
By: प्रेमचंद, Premchand [लेखक., author.].
Publisher: नई दिल्ली : वाणी प्रकाशन, 2021Description: 371p.ISBN: 9789350002346 .Other title: Godan.Subject(s): भारत | किसानों | हिंदी कथा साहित्य | इंडिक फिक्शन (अंग्रेजी) | उर्दू गल्प | शिष्टाचार और रीति-रिवाज | सामुदायिक जीवनDDC classification: 891.4335 Summary: गोदान को प्रेमचंद का कालजयी उपन्यास माना जाता है। यह अपने समय का आईना है। इसमें कृषक जीवन की विडम्बनाओं का मार्मिक चित्रण मिलता है। उस समय की शायद ही कोई समस्या हो जिसका गहरा चित्रण 'गोदान' में नहीं मिलता।Item type | Current location | Call number | Status | Date due | Barcode |
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Books | NASSDOC Library | 891.4335 PRE-G (Browse shelf) | Available | 53454 |
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891.43309 MAD-S समय, समाज और उपन्यास / | 891.4335 NAR-P प्रेमचन्द : | 891.4335 PAR-D दो नाक वाले लोग / | 891.4335 PRE-G गोदान / | 891.4335 YAD-S सारा आकाश / | 891.43350954 PRE-P प्रेमाश्रम / | 891.4337 KUR-S समकालीन परिदृश्य और प्रभा खेतान के उपन्यास |
Includes bibliographical references and index.
गोदान को प्रेमचंद का कालजयी उपन्यास माना जाता है। यह अपने समय का आईना है। इसमें कृषक जीवन की विडम्बनाओं का मार्मिक चित्रण मिलता है। उस समय की शायद ही कोई समस्या हो जिसका गहरा चित्रण 'गोदान' में नहीं मिलता।
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